इस बार गाँव गया तो एक कहानी मिली
मैली कुचली यादों के साये में दबी पड़ी,
सिसक कर रो पड़ी
धीरे से बोल पड़ी
क्यों छोड़ आये थे तुम मुझे
क्या तुम भूल गए
हर रात चाँद जब हमें लेने आता था
चाँदनी रथ में सवार हम संग तारे चुगते थे
अब कैसे बताऊँ उसको
शहर से गावँ का पुल टूटा पड़ा है ………
संदीप व्यास
Pic Credit* – https://fineartamerica.com/featured/village-scene-in-india-dominique-amendola.html