Hindi Poems मकाँ 7 Dec 2018 मकाँ यहाँ मकाँ का मिज़ाज़ थोड़ा अलग होता है छत नहीं होती इसलिए रात को सितारों तले छत पर बातें भी नहीं होती ना छत की बातें होती है ना…